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Thursday 7 August 2014

हनुमान चालीसा और पृथ्वी से सूर्य की दुरी

"जुग सहस्त्र योजन पर भानु 
लील्यो ताहि मधुर फल जानू ।।"



एक महत्वपूर्ण तथ्य जो प्रमाणित करता है कि पृथ्वी और सूर्य के मध्य की दूरी न्यूटन से पहलेतुलसीदास जी ने वर्णित किया है 

अर्थात हनुमान जी ने 15,36,00,000 (पंद्रह करोड़ छतीस लाख ) किलो मीटर पृथ्वी से दूरी पे सूर्य कोमधुर (मीठाफल जानकार लील्यो (निगल लिया

युग शब्द चार के अर्थ में प्रयुक्त होता है

सतयुग दिव्य वर्ष में 4800 वर्ष सौर वर्षों में 1728000 वर्ष
त्रेतायुग दिव्य वर्ष में 3600 वर्ष सौर वर्षों में 1296000 वर्ष
द्वापरयुग दिव्य वर्ष में 2400 वर्ष सौर वर्षों में 864000 वर्ष
कलियुग दिव्य वर्ष में 1200 वर्ष सौर वर्षों में 432000 वर्ष 

चतुर्युग का मान सौर वर्षों में अधिकाँश व्यक्ति जानते हैं  किन्तु चतुर्युग का मान

दिव्य वर्षों में 12000 है        एक जुग 12000  वर्ष 

12000 (जुग) X 1000 (सहस्त्र) X 8 (1 योजन = 8 मील) = 9,60,00,000 मील
9,60,00,000 मील X 1.6 (1 मील = 1.6 किलो मीटर)= 15,36,00,000 किलो मीटर

हम जानते हैं कि पृथ्वी की दूरी लगभग  15,00,00,000 (पंद्रह करोड़ किलो मीटरहै 

जब कि तुलसीदास जी ने बड़ी सरलता से महज चार लाईन में ये दूरी बता दी थी 

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